उत्तरकाशी/स्वप्निल : उत्तराखंड में चारधाम यात्रा अपने चरम पर है। जहां देश विदेश से श्रधालू दर्शन को आ रहें है पर मानसून और आपदा श्रधालूओं के लिए कई समस्याएं खड़ी कर रहे है। बता दें कि यमुनोत्री धाम के पैदल पर मार्ग पर सोमवार को पहाड़ी से हुए भूस्खलन आया जिसमें कई लोग फस गए जिसके बाद मंगलवार की सुबह से फिर खोज बचाव अभियान शुरू किया गया। वही सोमवार देर शाम तक एक 12 वर्षीय किशोरी समेत दो शव निकाल दिए गए थे, वहीं एक घायल को उपचार के लिए भेजा गया था।बता दें कि जानकीचट्टी-यमुनोत्री पैदल मार्ग पर भैरव मंदिर के पास भूस्खलन के कारण यात्रा मार्ग बाधित हो गया है। दो लापता श्रद्धालुओं की खोजबीन जारी है, जिस कारण यमुनोत्री धाम की आवाजाही फिलहाल बंद कर दी गई है। बड़कोट, दुबाटा बैंड, गंगनानी, खराड़ी, पालीगाड़ सहित कई स्थानों पर श्रद्धालुओं को रोका गया है।साथ ही सैकड़ों वाहनों में हजारों श्रद्धालु कल से मार्ग खुलने का इंतजार कर रहे हैं। प्रशासन ने श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों पर रोका है, जिससे किसी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके। ऐसे में उपजिलाधिकारी बृजेश कुमार तिवारी ने बताया कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है। राहत व बचाव दल लगातार खोजबीन और मार्ग खोलने के कार्य में जुटे हैं। श्रद्धालुओं से धैर्य बनाए रखने और प्रशासन का सहयोग करने की अपील की गई है। यात्रा मार्ग खुलने तक किसी को आगे बढ़ने की अनुमति भी नहीं है। शासन और जिला प्रशासन के स्तर पर यात्रिओं के तमाम व्यवस्थाएं जुटाई जा रही है।
