(नई दिल्ली) 31 अक्टूबर, 2025 देश के लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर गुजरात के स्टैच्यू ऑफ यूनिटी परिसर में भव्य समारोह का आयोजन किया गया। यह आयोजन गणतंत्र दिवस की तर्ज पर हुआ, जिसमें सैन्य परेड, सांस्कृतिक झांकियां और राज्यों की प्रस्तुतियां शामिल रहीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ परेड की सलामी ली और देशवासियों को एकता का संदेश दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “सरदार पटेल मानते थे कि इतिहास लिखने में समय नहीं गंवाना चाहिए, हमें तो इतिहास बनाने के लिए मेहनत करनी चाहिए।” उन्होंने कहा कि आजादी के बाद 550 से अधिक रियासतों का एकीकरण कर उन्होंने असंभव को संभव किया। एक भारत-श्रेष्ठ भारत का विचार सरदार साहब के लिए सर्वोपरि था।
प्रधानमंत्री ने देशवासियों से आह्वान किया कि “हर वो बात जिससे देश की एकता कमजोर होती है, उससे दूर रहना हमारा राष्ट्रीय कर्तव्य है। यही सरदार साहब के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।”
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय एकता की शपथ भी दिलाई। देशभर में इस अवसर पर रन फॉर यूनिटी और अन्य कार्यक्रम आयोजित किए गए।
दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम से ‘रन फॉर यूनिटी’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल की दूरदर्शिता और दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण ही आज भारत एक सशक्त और एकजुट राष्ट्र के रूप में खड़ा है।
कार्यक्रम का समापन “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के संकल्प और सरदार पटेल के आदर्शों को आगे बढ़ाने के संदेश के साथ हुआ।