देहरादून/रूपाली: भराड़ीसैंण में शुरू होने वाली उत्तराखंड विधानसभा सत्र को लेकर अहम बैठक करते हुये विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण ने कहा, संसदीय कार्य मंत्रालय और प्रदेश सरकार के सहयोग से ई-विधान एप्लीकेशन प्रोजेक्ट (नेवा) के तहत देहरादून व गैरसैंण विधानसभा को ई-विधानसभा बनाने का कार्य चल रहा है। प्रदेश विधानसभा देश की कुछ चुनिंदा विधानसभा में शुमार हो जाएगी जो पूरी तरह पेपरलेस होगी।
इस अवसर पर उन्होंने नेवा परियोजना को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक कर कार्य की समीक्षा की। कहा, उत्तराखंड विधानसभा के डिजिटल परिवर्तन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि विधानसभा की कार्यक्षमता में वृद्धि हो और हम जनता को बेहतर सेवाएं प्रदान कर सकें।
वही नेवा प्रोजेक्ट के तहत दो चरण में किया जा रहा है। पहले चरण में देहरादून विस में आईटी, कंप्यूटर उपकरणों व तकनीकी मैनपावर, सिविल, इलेक्ट्रिकल के कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने अफसरों को तय सीमा के अनुसार कार्यों को गुणवत्ता संग पूरा करने के निर्देश दिए। द्वितीय चरण में भराड़ीसैंण (गैरसैंण) विस को ई-विधानसभा बनाया जाएगा। बैठक में अफसरों ने डिजिटल संसाधनों का एकीकरण, डिजिटाइज़ेशन, डाटा सुरक्षा, उपयोगकर्ता प्रशिक्षण के बारे में जानकारी दी।
इस दौरान समिति के सदस्य विधायक मोहम्मद शहजाद, उमेश शर्मा काऊ, वीरेंद्र कुमार जाती, अपर सचिव आईटी आशीष श्रीवास्तव, अपर सचिव वित्त अरुणेंद्र चोहान, संयुक्त निदेशक आईटीडीए रामा उनियाल, एनआईसी तकनीकी सहलाकर मनीषा वालिया, विशेष कार्याधिकारी अशोक शाह, विधानसभा के प्रभारी सचिव हेम पंत मौजूद रहें।