देहरादून/पौड़ी/स्वप्निल : मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री डाo धन सिंह रावत के प्रयासो से पौड़ी जनपद के दूरस्थ क्षेत्र के थलीसैण सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को उप जिला चिकित्सालय का दर्जा देने के बाद अब राज्य सरकार ने इसके लिये 214.7 करोड़ की धनराशि मंजूर की है। जिससे 50 शैय्यायुक्त इस स्वास्थ्य केन्द्र को उप जिला अस्पताल के मानकों के अनुसार संसाधन सम्पन्न किया जायेगा।वही स्वीकृत धनराशि से अस्पताल में ढांचागत सुविधाओं का विकास किया जायेगा, साथ ही नये व आधुनिक चिकित्सा उपकरणों की भी खरीद की जायेगी। इसके अलावा बजट में चिकित्सकों एवं कर्मचारियों के लिये अस्पताल परिसर में आवासीय सुविधा की भी व्यवस्था की गई है। जिससे आपातकालीन स्थिति में मरीजों को तत्काल उपचार मिल सकेगा साथ ही वार्ड में भर्ती मरीजों के रूटीन स्वास्थ्य परीक्षण में आसानी होगी। साथ ही विभागीय अधिकारियों के मुताबिक उप जिला अस्पताल बनने से स्वास्थ्य केन्द्र में विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती सुनिश्चित की गई है। जिसमें बाल रोग विशेषज्ञ, दंत रोग विशेषज्ञ, नेत्र रोग विशेषज्ञ, स्त्रीरोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग विशेषज्ञ, फिजीशियन, सर्जन, महिला चिकित्साधिकारी, इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर, पैथोलॉजिस्ट आदि शामिल है। जिससे थलीसैंण, वीरोंखाल, पोखड़ा व पाबौं के आंशिक क्षेत्र की तकरीबन एक लाख की आबादी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी।बता दें कि राज्य सरकार ने उप जिला चिकित्सालय थलीसैण में ढांचागत सुविधाओं के विकास एवं आधुनिक चिकित्सा उपकरणों की खरीद के लिये 214 करोड़ की धनराशि स्वीकृत कर दी है। इससे दूरस्थ क्षेत्र की लगभग एक लाख की आबादी को उच्च स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिलेगा, साथ ही लोगों को हर बीमारी के उपचार के लिये हायर सेंटर का रूख नहीं करना पडेगा। ऐसे में उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्रदेशभर में 21 उप जिला चिकित्सालय स्थापित हैं। इसके अलावा 6 चिकित्सा इकाईयों को उप जिला चिकित्सालय में उच्चीकृत किया गया है। जिसमें गैरसैण, खानपुर, पुरोला, थलीसैण, डोईवाला और भटवाड़ी शामिल है। इसके साथ ही सीएचसी भगवानपुर, चिन्यालीसौड़, हिण्डोलाखाल और पीएचसी-ए गुप्तकाशी का भी उच्चीकरण प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य केन्द्रों के उच्चीकरण से आम लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी।
